Bakra Eid Ki Namaz Ka Tarika,Eid Ki Namaz Ki Niyat,ईदुल अज़हा की नमाज़ कैसे पढ़े,ईद नियत कैसे करें

Bakra Eid Ki Namaz Ka Tarika,Eid Ki Namaz Ki Niyat


आज की पोस्ट
ईद उल अज़हा यानी (बक़र ईद) की नमाज़ का मुकम्मल त़रीक़ा

आज बहुत ही खास वीडियो लेकर हज़िर हुआ हू़ बक़र ईद की नमाज़ कैसे पढ़े उसमें कितनी तक्बीरे हैं और कैसे तक्बीरे कहना है

मुकम्मल तरीका जानने के लिए इस पोस्ट को पूरा देखें
सबसे पहले हम नियत जान लेते हैं बक़र ईद की नमाज़
कि इस तरह करें

नियत का त़रीका

नियत की मैंने 2 रकअ़त नमाज़ ईद उल अज़हा वाजिब मअ़ ज़ायद 6 तकवीरों के पीछे इस इमाम के वास्ते अल्लाह तआ़ला के रुख़ मेरा कअ़बा शरीफ की त़रफ अल्लाहु अकबर

अल्लाह हू अकबर कहकर हाथों को कानों तक उठाकर बांध लेंगे

अब सना पढ़ना है

سُبْـحانَكَ اللّهُـمَّ وَبِحَمْـدِكَ وَتَبارَكَ اسْمُـكَ _وَتَعـالٰى جَـدُّكَ وَلا إِلهَ🤍 غَيْرُك

सुबह़ान कल्लाहुम्मा् वबि ह़म्दिका् व तबारा् कस्मुका्  व त’आ़ला जद्दुका व ला इलाहा् ग़ैरुक


अब इमाम 3 तकबीरें कहेगा आपको भी कहना है

1 अल्लाहु अकबर
अल्लाहु अकबर कहकर हाथ कानों तक उठाकर छोड़ देना है

2 अल्लाहु अकबर
अल्लाहु अकबर कहकर हाथ कानों तक उठाकर छोड़ देना है

3 अल्लाहु अकबर
अल्लाहु अकबर कहकर हाथ कानों तक उठाकर नाफ के नीचे बांध लेना है

अब इमाम साहब सूरह फातिहा यानि अल्ह़म्दुलिल्लाह शरीफ
पढ़ेंगे और उसके बाद कोई सूरत पड़ेंगे

सूरत पढ़ने के बाद इमाम साहब अल्लाहु अकबर कहकर रुकुअ़ मैं जाएंगे आप भी अल्लाहु अकबर कहकर रुकुअ़ में
चले जाएं

अब जिस तरह दूसरी नमाज़ों में रुकुअ़ और सजदा करते हैं इसी तरह इसमें भी रुकुअ़ और सजदा करना है 
और जो तस्बीह़ पढ़ते हैं दूसरी नमाजो में वही तस्बीह़ इसमें पढ़नी है

रुकूअ़ सजदा करने के बाद फिर इमाम साहब अल्लाहु अकबर कहकर सीधे खड़े हो जाएंगे आप भी अल्लाहु अकबर
खड़े हो जाएं

अब इमाम साहब फिर सूरह फातिहा शरीफ पढ़ेंगे और
उसके बाद कोई सूरत पड़ेंगे सूरत पढ़ने के बाद इमाम साहब अल्लाहु अकबर कहकर हाथ कानों तक उठाकर छोड़ देंगे आप भी अल्लाहु अकबर कहकर हाथ कानों तक उठाकर छोड़ दें यह सब 4 तकबीरें इस तरह से कही जाएंगी

1अल्लाहु अकबर
अल्लाहु अकबर कहकर हाथ कानों तक उठाकर छोड़ देना है

2अल्लाहु अकबर
अल्लाहु अकबर कहकर हाथ कानों तक उठाकर छोड़ देना है

3अल्लाहु अकबर
अल्लाहु अकबर कहकर हाथ कानों तक उठाकर छोड़ देना है

4अल्लाहु अकबर
अल्लाहु अकबर कहकर बगैर हाथ उठाए रुकूअ़ में चले जाना है

अब जिस तरह पहली रकआ़त में रुकूअ़ और सजदा किया था उसी तरह रुकू और सजदा करनाहै

और फिर नमाज़ को मुकम्मल करना है जिस तरह दूसरी नमाज में पढ़ते हैं

इस तरह से बक़र ईद की 2 रकअ़त नमाज़ आप की मुकम्मल
हो गई

बताने में अगर कोई ग़लती हो गई हो तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके ज़रूर बताएं ताकि उसकी इसलाह़ की जा सके

पोस्ट पढ़ने के लिए शुक्रिया अगर मेरी पोस्ट अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के पास जरूर शेयर कीजिएगा

Post a Comment

0 Comments